एक समय था , एक दौर था जब किसी भी ऑनलाइन सोशल मीडिया सर्वे या कहे तो ऑनलाइन पोल में केवल भाजपा को बढ़त मिलती थी पर समय बदलते देर नहीं लगती , पिछले कुछ हफ्तों से बहुत से ऑनलाइन ओपिनियन पोल्स या सोशल मीडिया सर्वे भाजपा के लिए अच्छे परिणाम नहीं दिखा रहे है या फिर भाजपा के पक्ष में भी एकतरफा परिणाम नहीं दिखा रहे है . इसी सन्दर्भ में एक और ऑनलाइन सोशल मीडिया सर्वे में भाजपा पिछड़ती नज़र आई और आश्चर्य की बात तो ये है की ये ऑनलाइन पोल बालाकोट में हुई सर्जिकल एयर स्ट्राइक्स के बाद आयोजित करवाया गया .
भारत के अग्रणी न्यूज़ चैनल News18 इंडिया द्वारा आयोजित इस ट्विटर पोल में ट्विटर यूज़र्स से सवाल किया गया की 23 मई 2019 में किसकी सरकार बनेगी . पोल में चार विकल्प दिए गये “एनडीए”,”यूपीए”,”तीसरा मोर्चा” या “कह नहीं सकते”. इस पोल में 48400 से भी अधिक यूज़र्स ने हिस्सा लिया . 24 घंटे के लिए आयोजित हुए इस ट्विटर पोल के परिणाम भी काफी आश्चर्यजनक रहे . 50 प्रतिशत ट्विट्टर यूज़र्स यानी की 24200 से भी अधिक लोगो ने यूपीए के पक्ष में मतदान किया और 47 प्रतिशत लोगो ने एनडीए के पक्ष में मतदान किया.
#OpinionPoll
आपकी राय में 23 मई को कौन बनाएगा केंद्र में सरकार?#ElectionsWithNews18 #BattleOf2019— News18 India (@News18India) March 10, 2019
क्यूंकि ये ऑनलाइन ट्विटर पोल बालाकोट में हुई सर्जिकल एयर स्ट्राइक्स के बाद आयोजित करवाया गया था .इसलिए इस ट्विटर पोल के परिणाम भाजपा के लिए काफी चौकाने वाले है . 26 फरवरी के बाद से गोदी मीडिया पूरे देश में जोर शोर से ये ही प्रचार प्रसार कर रहा था की बालाकोट सर्जिकल एयर स्ट्राइक के बाद देश में माहौल मोदी जी के लिए एक तरफा हो गया है और 2019 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी राष्ट्रवाद की लहर पर ही जीत लेंगे . परन्तु इस ऑनलाइन पोल ने एक दम विपरीत तस्वीर सरकार और सरकार के समर्थकों के सामने रख दी है . अगर इस ऑनलाइन सोशल मीडिया सर्वे के परिणामो का विषलेशण करे तो स्पष्ट है जनता आज भी सरकार की आर्थिक नीतियों , बेरोजगारी और नोटबंदी के बाद आई आर्थिक बदहाली और मंदी जैसे विषयों पर बख्शने के मूड में नही हैं . स्पष्ट है इस सोशल मीडिया पोल के परिणामो से इशारा साफ़ है , चुनाव एकतरफा नहीं है और टक्कर बराबर की है . बाकि जनता जनार्दन है .
डिस्क्लेमर :इस आलेख में व्यक्त राय लेखक की निजी राय है। लेख में प्रदर्शित तथ्य और विचार से UPTRIBUNE.com सहमती नहीं रखता और न ही जिम्मेदार है